मेरठ। यूपी बोर्ड, सीबीएसई, आईएससी बोर्ड से लेकर चौ.चरण सिंह विश्वविद्यालय की परीक्षाएं सिर पर हैं और छुट्टियों से कोर्स का पूरा गणित बिगड़ गया है।
स्कूलों ने बोर्ड स्टूडेंट का जैसे-तैसे कोर्स तो पूरा कर दिया, लेकिन रिवीजन नहीं करा सके। यूनिवर्सिटी कैंपस और कॉलेजों पर भी छुट्टियों का असर पड़ा है।
स्कूलों से विवि तक छात्र-छात्राओं के पास अब महीना भी तैयारी को नहीं बचा है। ऐसे में स्टूडेंट तनाव में हैं और स्कूल परेशान। छुट्टियों से इस बार स्कूलों के बोर्ड रिजल्ट पर भी असर पड़ने की आशंका है।
सर्वाधिक नुकसान कमजोर स्टूडेंट को होगा। यूनिट टेस्ट के जरिए कमजोर बच्चों को चिह्नित करते हुए उन्हें बोर्ड की तैयारी कराने की योजना भी पटरी नहीं आ पाई।
फरवरी से शुरू हो रही बोर्ड परीक्षाओं से ठीक पहले पब्लिक स्कूलों का यही हाल है। दिसंबर के आखिरी दस दिन स्कूल सीएबी के विरोध और इसके बाद शहर में बने हालातों के चलते बंद रहे।
इसके बाद अत्यधिक सर्दी के चलते स्कूलों में छुट्टी रही। इससे पहले त्यौहार और अन्य कारणों से स्कूलों में छुट्टियां होती रही। 2019 में स्कूल छुट्टियों से सर्वाधिक प्रभावित रहे।
स्कूलों के अनुसार 2019 में 30-35 दिन छुट्टियों में निकल गए। इसका सीधा असर पढ़ाई पर पड़ा है।
दिसंबर के स्कूल प्री-बोर्ड, यूनिट टेस्ट, एक्सट्रा क्लास और रेमेडियल कोचिंग के जरिए स्टूडेंट को बोर्ड परीक्षा के लिए तैयार करते हैं, लेकिन इस बार यह सब नहीं हो सका।
जैसे-तैसे स्कूलों ने केवल प्री-बोर्ड एग्जाम ही निपटाए हैं। फरवरी में शुरू हो जाएंगे बोर्ड एग्जाम यूपी बोर्ड के एग्जाम 18 फरवरी से शुरू हो रहे हैं जबक सीबीएसई के 15 फरवरी से।
आईसीएससी के पेपर 11 फरवरी से शुरू हो रहे हैं। इससे पहले आईएससी में प्रैक्टिकल भी होने हैं। 9-11 के पेपर दस फरवरी से शुरू हो रहे हैं।
ऐसे में सभी बोर्ड में स्टूडेंट के पास एक महीना भी नहीं बचा है। जनवरी-फरवरी में रविवार सहित कई छुट्टियां भी रहेंगी। ऐसे में स्कूलों में बोर्ड परीक्षा को लेकर इस बार जबरदस्त दबाव है।
फरवरी में सीसीएसयू के एग्जाम भी प्रस्तावित चौ.चरण सिंह विवि से संबद्ध कॉलेजों में यूजी-पीजी की मुख्य परीक्षाएं भी फरवरी के आखिरी में प्रस्तावित हैं।
छुट्टियों का असर विवि की सेमेस्टर परीक्षा पर भी पड़ा है। दिसंबर में छुट्टियां नहीं होती तो 24 दिसंबर तक सारे एग्जाम निपट चुके होते, लेकिन विवि को 19-30 दिसंबर तक के सारे पेपर स्थगित करने पड़े।
जनवरी में भी विभिन्न कारणों से विवि को अपने पेपर हटाने पड़े हैं। ऐसे में विवि की परीक्षाएं अब जनवरी के तीसरे हफ्ते तक जाकर खत्म होंगी।
एग्जाम तक सभी कॉलेज क्लास भी नहीं करा सकेंगे। इस स्थिति में विवि से संबद्ध कॉलेजों के पास भी कोर्स पूरा कराने के लिए क्लास चलाने का पर्याप्त समय नहीं है।